गोरखपुर (अविनाश द्विवेदी, विशेष संवाददाता, ऊँ टाइम्स) समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष गोरखपुर नगीना साहनी, पिपराइच की पूर्व विधायक राजमति निषाद समेत 48 लोगों पर गुलरिहा पुलिस ने बलवा, सरकारी काम में बाधा डालने, आवागमन बाधित करने समेत गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है। आरोप है कि किसान आंदोलन के समर्थन में इन लोगों ने बिना अनुमति लिए प्रदर्शन किया। थाने के सामने रास्ता जाम करने के बाद इन लोगों ने पुलिस से धक्का-मुक्की की। जिसकी वजह से अफरा-तफरी मच गई।
थानेदार की तहरीर पर दर्ज हुआ गुलरिहा थाने में केस – गुलरिहा थानेदार रवि राय ने तहरीर में लिखा है कि नौ दिसंबर को वह वीआइपी डयूटी कर रहे थे। सुबह 11 बजे के करीब सूचना मिली कि किसान आंदोलन के समर्थन में कई संगठन के लोग सड़क पर उतरकर धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। हमराहियों के साथ पहुंचे तो देखा कि सपा जिलाध्यक्ष रामनगीना साहनी, पिपराइच की पूर्व विधायक राजमति के बेटे अमरेंद्र निषाद बिना अनुमति के अपने समर्थकों के साथ सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं। पुलिस ने रोकने का प्रयास किया तो थाने के सामने गोरखपुर – महराजगंज मार्ग जाम कर दिया। जिसकी वजह से अफरा-तफरी मच गई। व्यापारियों ने अपनी दुकानें बंद कर ली। पुलिस ने हटाने का प्रयास किया तो धक्का-मुक्की करने लगे। किसी तरह से सपा नेताओं व उनके समर्थकों को हटाया गया।
इन लोगों के खिलाफ दर्ज हुआ मुकदमा – रामनगीना साहनी जिलाध्यक्ष समाजवादी पार्टी, राजमति देवी पूर्व विधायक पिपराइच, अमरेंद्र निषाद, मदन यादव, एहतेश्याम खां, गौरी यादव, राघवेंद्र यादव, बेचू यादव, सद्दाम हुसैन, बाबूराम फौजी, मनमोहन, अयूब सिद्दीकी, अखिलेश यादव, नागेंद्र यादव, ओमप्रकाश, मनीष पांडेय, ओमप्रकाश यादव, देवेंद्र यादव, गवीश दूबे, धर्मेंद्र यादव, श्रीराम सिंह यादव, देवीदीन यादव, जितेंद्र सिंह, परशुराम निषाद, प्रदीप यादव, बिंदा देवी, कंचन श्रीवास्तव, लक्ष्मी शर्मा और 20 अज्ञात लोगों पर मुकदमा दर्ज किया है।